गड़बड़ घोटाला

अब जांच की याद क्यों आ रही है ? :  डंपिंग ग्राउंड ज्वाइंट एक्शन कमिटी बयोमाइनिंग प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर सवाल 

चंडीगढ़। जॉइंट एक्शन कमिटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण ने स्मार्ट सिटी के नाम पर बयोमाइनिंग प्रोजेक्ट के कार्य को लेकर करोड़ो के बजट पर  सवाल उठाया है। उन्होंने निगम आयुक्त सहित प्रशासन के अधिकारियों , संसाद को भी आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि जब गड़बड़ी सामने आई तो प्रोजेक्ट के डेढ़ वर्ष के बाद जा कर जांच की बात कर रहे है। तीन से चार गुना पैसे की डीलिंग में डेढ़ वर्ष में कूड़े की पहाड़ी तो  खत्म नही हुई , उल्टा कथित घपला जरूर सामने  आ गया। यहां तक कि प्रोजेक्ट से मुश्किल और भी बढ़ी है। नगर निगम आर्थिक तंगी का इतना रोना रोता है, जनता पर अतिरिक्त टैक्स लागए जाते है। प्रोजेक्ट के टेंडर में भी मनमाने दाम लगा रहा है। फिर वो पैसा कहा जा रहा है ? जॉइंट एक्शन कमिटी का कहना है कि क्या डंपिंग ग्राउंड साफ हो गया ? क्या गार्बेज प्लांट की प्रोसेसिंग सुधार गयी ? उन्होंने इस पर शंका जाहिर की है स्मार्ट सिटी के नाम पर मरे जानवर का प्लांट, सैनेटरी लैंडफिल, मैटेरियल रिकवरी ट्रीटमेंट सेंटर प्रोजेक्ट को लेकर किस तरह के हालात बनेगे ? ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जब यह प्रोसेसिंग प्लांट लगाया गया था जिन के समय में लगाया गया था पार्षदों और  उस समय में मेयर साहेब

की भी इंक्वायरी  होनी चाहिए।

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